जुबां पे तों दोनों के कुछ नहीं आता

 

किन खयालों में डूबे हैं आजकल
कुछ समझ नहीं रहा
केहना बहुत कुछ हैं आपसे
लेकिन जुबां पे कुछ नहीं आता
यूं तो आप भी मासूम बन रहें हों
वरना केहना तो आपको भी बहुत कुछ हैं हमसे
बस दोनों तो एकही जीझ पर अटके हैं
की शुरुवात कहा से करें
खयालों मैं तो आप भी डूबे हों हमारे
इसलिए तो

जुबां पे तो आपके भी कुछ नहीं आता
शायद डरते हैं दोनों
जल्दबाजी में जो दोस्ती का रिश्ता हैं
वहीं खराब ना हो जाय इसलिए
जुबां पे तों दोनों के कुछ नहीं आता






7 Comments

Post a Comment

Previous Post Next Post